একনলদেহী প্ৰাণী: বিভিন্ন সংশোধনসমূহৰ মাজৰ পাৰ্থক্য

35 নং শাৰী:
=== পলিপ ৰূপ ===
[[চিত্ৰ:Anemone.bristol.750pix.jpg|right|thumb|300px| ছী এনামন (বাঁও) আৰু প্ৰৱাল (সোঁ)]]
'''পলিপ ৰূপ''' হাইড্ৰ'জৱা আৰু এণ্ঠ'জৱা বৰ্গত পোৱা যায়। पुष्पजीवों में उनके विकास की पराकाष्ठा दिखाई पड़ती है। সৰল ৰূপৰ পলিপ গিলাছ অথবা বেলনাকাৰৰ হয়। ইয়াৰ মুখ ওপৰৰ ফালে আৰু বিপৰীত দিশ পৃথিৱীৰ ফালে থাকে। উপনিৱেশ পাতি বাস কৰা জাতিবোৰৰ মুখৰ বিপৰীত দিশত উপনিৱেশৰ প্ৰাণীবোৰ লগ লাগি থাকে। এনে জাতিবোৰৰ বিভিন্ন পলিপৰ ভিতৰৰ সুৰংগবোৰ এটা আনটোৰ সৈতে শাখাৰ দ্বাৰা সংযুক্ত হৈ থাকে। <!-- में विभिन्न पालिपों की आंतरगुहाएँ एक दूसरे से शाखाओं की गुहाओं द्वारा संबंधित रहती हैं। ऐसी जातियों में अधिकांशत: सभी पालिप एक जैसे नहीं होते। उदाहरण के लिए कुछ मुखसहित होते हैं और भोजन ग्रहण करते हैं तो कुछ मुखरहित होते हैं। और भोजन नहीं ग्रहण कर सकते। ये केवल जननक्रिया में सहायक होते हैं (नीचे द्र. 'बहुरूपता')। जलीयकों के पालिपों की आंतरगुहा सरल आकार की थैली जैसी होती है, किंतु पुष्पजीवों में कई खड़े परदे दीवार की भीतरी पर्त से निकलते हैं जो आंतरगुहा को अपूर्ण रूप से कई भागों में बांट देते हैं। इनकी संख्या तथा व्यवस्था प्रत्येक जाति में निश्चित रहती है। समुद्रपुष्प तथा कई अन्य मूँगे की चट्टानों का निर्माण करनेवाले आंतरगुहियों में इन परदों तथा स्पर्शिकाओं की संख्या में विशेष संबंध होता है।
 
समुद्रपुष्प (सी ऐनिमोन) समुद्र की पेंदी पर चिपका रहता है। देखने में यह फूल सा लगता है, परंतु है यह प्राणी और अपनी स्पर्शिकाओं द्वारा छोटे जीवों को पकड़कर पचा डालता है।
51 নং শাৰী:
गिजगिजिया की कई जातियाँ होती हैं। कुछ में छतरी तीन फुट व्यास की होती है, परंतु अन्य जातियों में छतरियाँ छोटी होती हैं। गिजगिजिया विविध सुंदर रंगों की होती हैं, परंतु तैरनेवालों को उनसे बचा ही रहना चहिए, क्योंकि उनकी बाहुओं में अनेक नलिकाएँ होती हैं, जो शत्रु के शरीर में एँक की तरह विष पहुँचाती हैं। बड़ी गिजगिजियों की स्पर्शिकाएँ कई गज लंबी होती हैं। एक की चपेट में आ जाने से मनुष्य को घंटों पीड़ा होती है। कभी कभी मृत्यु भी हो जाती है।
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== তথ্য সংগ্ৰহ ==
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